इश्क के मैंने कितने फसाने सुने
हुस्न के कितने किस्से कितने पुराने सुने
ऐसा लगता है फिर इस तरह टूट कर
प्यार हमने किया इक जमाने के बाद...
आज-कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आप के याद आने के बाद...
- आनंद बक्षी
हुस्न के कितने किस्से कितने पुराने सुने
ऐसा लगता है फिर इस तरह टूट कर
प्यार हमने किया इक जमाने के बाद...
आज-कल याद कुछ और रहता नहीं
एक बस आप के याद आने के बाद...
- आनंद बक्षी
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