ऐसी अक्षरे

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मंदार शिंदे
Mandar Shinde

Monday, June 20, 2011

यूँ लगता है...

यूँ लगता है तुम, मेरे ही आस-पास हो
यूँ लगता है यह, अब आखरी पडाव हो,
यूँ लगता है अब, सच सारे सपने हो, जब-
पलमें छुप जाती हो, पलमें दिख जाती हो...

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