ऐसी अक्षरे

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मंदार शिंदे
Mandar Shinde

Saturday, January 16, 2010

ना नींद आती है...

ना नींद आती है ना चैन आता है,
दिल में कुछ सोचूँ तो उनका खयाल आता है,
बात दिल तक थी तो ठीक था यारों,
अब तो जुबाँ पे भी सिर्फ उन्हीका नाम आता है...

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