ऐसी अक्षरे

:- कथा
:- कविता
:- लेख
:- अनुवाद
:- हिंदी
:- English
:- संग्रह
:- इतर

मंदार शिंदे
Mandar Shinde

Saturday, January 16, 2010

बुझने से डरना...

बुझने से डरना, नही शमा का काम
अंधेरे का अंजाम, है रोशनी के नाम,
वक्‍त ही बतायेगा, किसने की बेवफाई
हम तो छलकाते जायेंगे, मोहब्बत के जाम...

Share/Bookmark

No comments:

Post a Comment