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मंदार शिंदे
Mandar Shinde

Saturday, January 18, 2020

नाटक है...

नाटक है भाई नाटक है
कुछ और नहीं यह नाटक है

यह हिंदू मुस्लिम नाटक है
यह देशभक्ती भी नाटक है
यह राजनीती इक नाटक है
इन्सां के लिये सब घातक है
बस नाटक है...

वहां जम्मू कश्मीर तोड दिया
आसाम का सिर भी फोड दिया
और महाराष्ट्र से पंगा लिया
यह पडोस का कर्नाटक है
बस नाटक है...

क्यूँ चिता प्रेम की जलती है
हम तुम सब की यह गलती है
नफरत की ईंटो से बांध रखी
दीवार यहाँ से वहाँ तक है
बस नाटक है...

यह दीवार हमें ही गिरानी है
यह जंग तो सदियों पुरानी है
हम साथ लढें तो हरा सकें
नहीं उनमें इतनी ताकत है
बस नाटक है...

यह एनआरसी इक नाटक है
यह सीएए इक नाटक है
यह मंदिर मस्जिद नाटक है
यह तीन सौ सत्तर नाटक है
इन्सां के लिये सब घातक है
दीवार यहाँ से वहाँ तक है
नहीं उनमें इतनी ताकत है
बस नाटक है भाई नाटक है...

@aksharmann
18/01/2020

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